इटली में जी-7 देशों की मीटिंग हो रही है. दुनिया के 7 सबसे ताकतवर देशों के नेता और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए यहां पहुंचे हैं. सभी देश अपने यहां आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए खास तरह की तैयारी करते हैं.
इटली तो वैसे भी अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है तो जाहिर सी बात है उसने व्यवस्था भी खास की है. जी-7 देशों के नेताओं को इटली के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक अपुलिया में ठहराया गया है.
ये शहर इटली के दक्षिण में पड़ता है. इन सभी नेताओं को समुद्र तट के नजदीक 192 कमरों वाले बोर्गो एग्नाजिया रिजॉर्ट में ठहराया गया है. रिजॉर्ट की वेबसाइट के अनुसार, यहां ऑफर के बाद एक कमरे का किराया एक इंसान के लिए 2300 यूरो है. अगर रुपये में इसे बताएं तो करीब 2 लाख 9 हजार रुपये है.
रिजॉर्ट की वेबसाइट के अनुसार 1996 में मारिसा मेलपिग्नानो ने इसे शुरू किया था. हालांकि, 2010 में बोर्गो एग्नाजिया का असली सफर शुरू हुआ. यहां मैडोना और बेकहम भी रुक चुके हैं.
इस रिजॉर्ट में बेहद खूबसूरत निजी उद्यान, किड्स क्लब, गोल्फ, बार, रेस्त्रां, स्पा और स्विमिंग पूल आदि कई मनोरंजक साधन हैं. इटालियन भाषा में बोर्गो का मतलब गांव होता है और होटल को पारंपरिक पुगलियन गांव की याद दिलाने के लिए डिजाइन किया गया है. सभी इमारतों के अंदर, स्थानीय शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया गया है.
पीएम मोदी इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर 50वें जी7 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जी 7 में स्वागत किया. पीएम मोदी G7 आउटरीच समिट में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार देर रात इटली के अपुलिया पहुंचे.
जी7 शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, यूनाइटेड किंगडम के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की.
फ्रांस के राष्ट्रपति से मिलने के बाद पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, “मेरे मित्र राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ बैठक शानदार रही. एक साल में यह हमारी चौथी बैठक है, जो इस बात का संकेत है कि हम मजबूत भारत-फ्रांस संबंधों को कितनी प्राथमिकता देते हैं
.” उन्होंने लिखा, “हमारे बीच रक्षा, सुरक्षा, प्रौद्योगिकी, एआई, ब्लू इकोनॉमी और अन्य कई विषयों पर चर्चा हुई. हमने इस बात पर भी चर्चा की कि युवाओं के बीच नवाचार व अनुसंधान को कैसे प्रोत्साहित किया जाए.”