लेबर पार्टी ऑफ इंडिया, छत्तीसगढ़
संविधान दिवस पर प्रदेश अध्यक्ष ने दिया प्रेरक भाषण
स्थान: दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़
आज संविधान के 75 गौरवशाली वर्ष पूरे होने के अवसर पर लेबर पार्टी ऑफ इंडिया, छत्तीसगढ़ ने संविधान दिवस बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेश स्वर्ण ने एक प्रेरक और विचारशील भाषण दिया, जिसमें उन्होंने संविधान के महत्व, उसकी भावना और उसके मूल सिद्धांतों को आत्मसात करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
श्री महेश स्वर्ण ने अपने संबोधन में कहा, “संविधान न केवल हमारे लोकतंत्र की नींव है, बल्कि यह हमारे अधिकारों, कर्तव्यों और सामाजिक न्याय का मार्गदर्शक भी है। यह हमें एक सशक्त, समतामूलक और न्यायपूर्ण समाज की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देता है।” उन्होंने संविधान के चार स्तंभों—संप्रभुता, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, और लोकतंत्र—पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ये हमारे राष्ट्र के विकास का आधार हैं।
उन्होंने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के संदर्भ में श्रमिकों, किसानों, और आदिवासियों की समस्याओं को उठाया। उन्होंने कहा कि,
श्रमिकों के लिए समान मजदूरी और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना संविधान की मूल भावना के अनुरूप है।
किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है।
आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन के अधिकारों की रक्षा करना संविधान के अनुच्छेद 244 और 275 के अंतर्गत हमारा दायित्व है।
प्रदेश अध्यक्ष ने अपने भाषण में मौजूदा सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला और कहा, “आज हमें संविधान के मूल्यों को केवल पढ़ने तक सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि उसे अपने दैनिक जीवन और कार्यों में लागू करना चाहिए। संविधान हमें समानता, स्वतंत्रता, और न्याय के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है।”
संविधान दिवस पर पार्टी का संकल्प:
श्री स्वर्ण ने पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराई कि लेबर पार्टी ऑफ इंडिया संविधान की रक्षा, सामाजिक न्याय की स्थापना, और हाशिए पर खड़े लोगों के अधिकारों की लड़ाई में सदैव अग्रणी भूमिका निभाएगी।
अंत में उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे संविधान के मूल्यों को आत्मसात करें और देश को प्रगति और समता के मार्ग पर आगे ले जाने में अपनी भूमिका निभाएं।