पिछले कुछ समय से संक्रामक बीमारियों (Infectious diseases) का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और इसका सबसे बड़ा उदाहरण कोरोना वायरस है. जिसने साल 2019 से लेकर अब तक कई लोगों को प्रभावित किया है और इससे कई लोगों की जान भी चली गई.
कोरोना महामारी (Covid-19) से थोड़ी राहत मिली ही क्या थी कि अब अगली महामारी डिजीज एक्स दस्तक देने को तैयार है, जिसे डॉक्टर कोरोना महामारी से 20 गुना ज्यादा संक्रामक बता रहे हैं. तो इससे आप बचाव कैसे कर सकते हैं और यह डिजीज एक्स क्या है चलिए हम आपको बताते हैं.
डिजीज एक्स क्या है
साल 2018 में वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (Health Organization) ने डिजीज एक्स का पता लगाया था. इसमें डिजीज एक्स को एक रोगजनक और संक्रामक बीमारी बताया है, जिसमें वायरस, बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन शामिल है.
डिजीज एक्स किसी इंसान के शरीर में बहुत तेजी से फैल सकता है, इसमें सांस के कण, इंसान से सीधा संपर्क या संचरण के अन्य मध्य शामिल हैं. जिससे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में डिजीज एक्स तेजी से फैल सकता है. जिन लोगों की इम्यूनिटी पहले से कमजोर है उन्हें यह डिजीज एक्स ज्यादा प्रभावित कर सकता है.
डिजीज एक्स के साइड इफेक्ट
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने चेतावनी दी है कि यह डिजीज एक्स कोविड-19 की तुलना में 20 गुना ज्यादा इफेक्टिव है और इससे तेजी से लोगों की मौत भी हो सकती है. कोरोना वायरस के नए वेरिएंट SARS-CoV-2 के कारण डिजीज एक्स की पुष्टि हुई है और इससे बचाव के लिए WHO नई तकनीक भी खोज रहा हैं. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि इस बीमारी के लक्षण क्या हैं और इससे समय रहते कैसे बचाव किया जा सकता है.
किस तरह किया जा सकता है डिजीज एक्स से बचाव
अब बात आती है कि अगर ये डिजीज एक्स तेजी से फैल सकता है तो इससे बचाव कैसा किया जाए? तो इसके लिए आपको हर बीमारी और इसके लक्षण पर निगरानी रखने की जरूरत है.
साथ ही किसी भी हेल्थ कंडीशन में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और प्रारंभिक लक्षण नजर आने पर ही डॉक्टर को दिखाएं. डिजीज एक्स से बचने के लिए पर्सनल हाइजीन, लोगों से परस्पर दूरी बनाना, मास्क का प्रयोग करना और बार-बार मुंह और नाक को छूना जैसी चीजों से बचना चाहिए.